Monday, January 4, 2016

नास्तिक धर्मनिरपेक्षता

नास्तिक धर्मनिरपेक्षता (Regd )
~~~~~~~ खुली चुनौती ~~~~~~
तर्कशील सोसायटी ने पाखण्डियों को दी खुली चुनौती और 5 लाख का इनाम भी
जयपुर। राजस्थान के करौली जिले के नांगल शेरपुर से संचालित सामाजिक संस्था तर्कशील सोसायटी (रजिस्टर्ड) ने देश के सभी पाखण्डियों को खुली चुनौती देते हुए एक खुला पर्चा जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि उनकी सोसायटी की ओर से जारी किये गये पर्चे की सूची में शामिल किसी भी पाखण्ड को सही साबित करने वाले को सोसायटी की ओर से पांच लाख का इनाम दिया जायेगा।
पर्चे में खुली चुनौती दी गयी है कि निम्न पाखण्डों को साबित करने वाले को पांच लाख रुपये का इनाम मिलेगा।
1. भूत-प्रेत, जिन्न साबित करने वाले को।
2. तांत्रिक, स्याणा (घुड़ल्या) झाड़-फूंक द्वारा शक्ति दिखाना।
3. किसी शक्ति द्वारा किसी भी व्यक्ति पर मूठ (चौकी) छोड़ना।
4. किसी भी गण्डा, ताबीज, लोकेट, अंगूठी आदि द्वारा शक्ति दिखाना।
5. नजर, टोक लगाने व उतारने वाले को।
6. यंत्र, मंत्र, तंत्र, द्वारा कोई भी शक्ति साबित करने वाले को।
7. गुम हुई वस्तु को खेज सके।
8. पानी को शराब/पेट्रोल में बदल सके।
9. पानी के ऊपर पैदल चल सके।
10. योग/देव शक्ति से हवा में उड़ सके।
11. सील बंद नोट का नम्बर पढ सके।
12. ताला लगे कमरे में से शक्ति से बाहर आ सके।
13. अपने शरीर को एक स्थान पर छोड़ कर किसी दूसरे स्थान पर प्रकट हो सके।
14. जलती हुई आग पर, अपने देवता की सहायता से 1 मिनट तक खड़ा हो सके।
15. ऐसी वस्तु जिसे मांगें, उसे हवा में से प्रस्तुत कर सकता हो।
16. प्रार्थना, आत्मिक शक्ति, गंगा जल, या पवित्र राख (भभूत) से अपने शरीर के अंग को पांच इंच बढा सकता हो और शरीर का भार (वजन) बढा सकता हो।
17. पुनर्जन्म के कारण कोई अद्भुत भाषा बोल सकता हो।
18. ऐसी आत्मा या भूत-प्रेत को पेश कर सके, जिसकी फोटो ली जा सकती हो और फोटो लेने के बाद फोटो से गायब हो सकता हो। ऐसे ज्योतिषी जो यह कहकर लोगों को गुमराह करते हैं कि ज्योतिष और हस्त रेखा एक विज्ञान है, उपरोक्त ईनाम को जीत सकते हैं, यदि वे दस हस्त चित्रों व दस ज्योतिष पत्रिकाओं (जन्म कुण्डली) को देखकर आदमी और औरत की अलग-2 संख्या व जन्म का ठीक समय व स्थान अक्षांस रेखा के साथ बता दें।
अंधविस्वास और पाखंड की बजह से भारत संसार में 5000 साल पीछे चला गया है।इनका खात्मा जरुरी है।
ज्योतिषियों , तांत्रिकों तथा अन्य लुटेरों का एक ही सूत्र है कि कभी भी भूल कर किसी बुद्धिमान से बात न करो। करोड़ों लोगों ने अपनी बुद्धि धर्म के पास गिरवी रखी हुई है। यदि यह केवल एक प्रतिशत मूर्ख ढूँढ ले तो तो इन का ठाठ बाठ उम्र भर के लिए चल सकता है।

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