Thursday, January 28, 2016

ब्राह्मणों का कट्टर जातिवाद ही वर्तमान भारत का सब से बड़ा भ्रष्टाचार है..?

"ब्राह्मणों का कट्टर जातिवाद ही वर्तमान भारत का सब से बड़ा भ्रष्टाचार है..?!!"
```````````````````````````````````````
वर्तमान भारत में ज्यादातर लोगो की ज्यादातर समस्याओ का मुख्य कारण 'ब्राह्मणों का चालाकीपूर्ण षड्यंत्रकारी कट्टर जातिवाद' है..

यूरेशियन आर्य ब्राह्मणों ने करीब 3500 साल से भारत के बहुसंख्यक गैरब्राह्मण समुदाय के सदस्यों को क्षत्रिय, वैश्य, शुद्र जैसे मुख्य तीन विभागों में ऊंच नीच के मिथ्या ख्यालो के आधार पर धर्म व भगवान के नाम चालाकीपूर्ण तरीके   से बांटा हुवा है..

वर्तमान समय में चालाक ब्राह्मणों ने जनसमर्थन पाने के लिए खुद(ब्राह्मणों) को तथा गैरब्राह्मणों को षड्यंत्रपूर्वक 'हिंदू' घोषित कर रखा है.. जानकारों को तो पता ही है कि, 'हिंदू' शब्द तो मुस्लिमो-मोगलो द्वारा पराजित भारतीयों को   गाली के रूप में दिया हुवा फारसी(पर्सियन) भाषा का अपमानजनक अर्थवाला विदेशी शब्द है, जिसका अर्थ होता है, गुलाम, लुटेरा, चोर, काला.. क्या यह कोई गर्व लेने लायक शब्दार्थ है..?!!

गैरब्राह्मणों  को 'हिंदू' शब्द से भ्रमित करके उनका जनसमर्थन प्राप्त करने के बाद जब राजतंत्र के मुख्य चार आधारस्तंभों के विविध महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति की बात आती है, तब ब्राह्मण जाति के लोग आपस में चालाकीपूर्ण तरीके से अधिकांश ब्राह्मणजाति के लोगो को ही नियुक्त कर लेते है..!! वर्तमान आधुनिक भारत में भी चालाक ब्राह्मणों का जातिवादी व्यवहार का यह सिलसिला लगातार ई.स.1947 से लेकर आज तक बेरोकटोक जारी है..!! 

भारतीय लोकतंत्र के शासन, प्रशासन, न्यायतंत्र व प्रचार-प्रसार तंत्र के मुख्य चाबीरूप पदों के ऊपर ब्राह्मणजाति के लोगो का और उनके प्रखर समर्थकों का वर्चस्व व नियंत्रण रहता आया है.. इसलिए वर्तमान भारत की ज्यादातर समस्याओ   के लिए ब्राह्मणों का जातिवाद जवाबदार है.. 

स्वतंत्र भारत के अबतक के प्रधानमंत्रीयों, सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों,  राष्ट्र  के तथा राज्यों के मुख्य सचिवों, राष्ट्रप्रमुखों, राज्यपालों,   देश की सुप्रीमकोर्ट से लेकर सभी छोटी बड़ी कोर्टो के न्यायधीशों, लश्कर के तीनों दलों के मुख्य अधिकारियो के लिस्ट तलास ने से ही ब्राह्मणों के कट्टर जातिवाद का पता आसानी से लग सकता है.. 

ब्राह्मणजाति के लोगो द्वारा वर्षों से खुल्लेआम चालाकीपूर्ण तरीके से चलाया जा रहा   'जातिवादी भ्रष्टाचार' अन्ना हजारे जी, बाबा रामदेव जी, केजरीवाल जी तथा अन्य गैरब्राह्मणों को क्यों नजर नहीं आता..?!! क्या ये लोग   'गैरब्राह्मणों' को बेवकूफ बना रहे है..?!! या  अपने आप को ब्राह्मणजाति द्वारा बेवकूफ बना रहे है..?!! 

करीब 97% आबादीवाले गैरब्राह्मण समुदाय के लोग पीढियों से चली आ रही ब्राह्मणों की 'जातिवादी भ्रमजाल' से जब मानसिक रूप से मुक्त होंगे, तब ही भारत में क्रांति होंगी, और भारत वास्तविक रूप से समस्याओ से मुक्त  होंगा..  भारत में ब्राह्मणों का कट्टर जातिवाद ही वर्तमान भारत का सब से  बड़ा  भ्रष्टाचार है.. 

भारत  में 'मेरिट' या 'गुणवत्ता' की आड़ में कब तक चलेगा ये 'ब्राह्मणों का कट्टर जातिवाद'..?!!

जय भारत.. जागो भारत..

देश का दुश्मन सबका दुश्मन ब्राह्मण

2 comments:

  1. हैं लेकिन ९७ % लोगो को यह समझ क्यों नहीं आती की वो भी आदमी हैं उन्हें चमचागिरी नहीं करना चाहिए। अंध विश्वास और पाखंडवाद नहीं मानना चाहिए। . इंजीनियर घनश्याम दास अहिरवार राष्ट्रीय अध्यक्ष , अहिरवार समाज दिल्ली ९८६८ १७ ५६५० .( 9868175650 )

    ReplyDelete
  2. हैं लेकिन ९७ % लोगो को यह समझ क्यों नहीं आती की वो भी आदमी हैं उन्हें चमचागिरी नहीं करना चाहिए। अंध विश्वास और पाखंडवाद नहीं मानना चाहिए। . इंजीनियर घनश्याम दास अहिरवार राष्ट्रीय अध्यक्ष , अहिरवार समाज दिल्ली ९८६८ १७ ५६५० 9868175650

    ReplyDelete