Friday, January 8, 2016

बाबा साहेब का घर 26 अलीपुर रोड

🙏 करबद्ध अपील । 🙏
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   अपने इतिहास बचाओ 
बाबा साहेब का घर 26 अलीपुर रोड निकट दिल्ली विधानसभा जंहा बाबा साहेब ने अँतिम साँस ली थी तोड़ा जा रहा है जंहा से हमारे बाबा साहेब के जीवन की एक एक यादें जुडी हैं , बाबा साहेब कंहा पढ़ते थे कान्हा सोते थे कंहा बैठते थे कंहा नहाते थे बाबा साहेब के कपड़े किताबे और सारी यांदे जुडी  है ।
बाबा साहेब को यह घर राजस्थान के तिरोहि राजबंश के राजा ने बनबाकर भेंट किया था ।
जानते हो क्यों ???
उस राजा को राजद्रोह और अंग्रेजी सरकार के खिलाफ षड्यंत्र रचने के जुर्म में राजपाट से बेदखल कर आजीवन काराबास की सजा सुना दी थी राजा ने अपने सभी कानूनविदों से राय ली और केश लड़ने को कहा परन्तु नतीजा शून्य रहा । अंत में किसी ने उस राजा को बाबा साहेब से मिलने की सलाह दी और वो राजा बाबा साहेब से मिला और सबकुछ बताया बाबा साहेब ने उसका केश जीता और सभी सजा से मुक्त कराया तथा सारा राजपाट बापस दिलाया ।
बाद में जब बाबा साहेब ने हिन्दू कोड बिल जो कि मनुवादी सरकार ने पास नहीँ होने दिया के कारण कानूनमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया  और सरकारी बंगला खाली करके मुम्बई जाने लगे तो उस तिरोहि राजवंश के राजा जिसे बाबा साहेब ने बचाया था को पता चला की बाबा साहेब दिल्ली छोड़कर जा रहे हैं तो उसने कहा सबसे बड़े विद्धान को रहने को जगह नहीँ है और सारे निक्कमों को जगह है ,
तब उसने 3 एकड़ जमीन खरीद कर यह घर बनबाया था और सारी सुविधाओँ से परिपूर्ण करवाया था यह बाबा साहेब का घर वही जगह है जिसके ठीक सामने पहले संसद हुआ करती थी 
और रजा ने कहा बाबा साहेब आप इन निकम्मे लोगो के सिर पर रहोगे और जब तक बाबा साहेब जीवित रहे इसी घर में रहे और अंतिम साँस भी यही ली आज मनुवादियों द्वारा कुछ हमारे समाज के ही दलालो को अपने साथ मिलाकर और उनसे मांग करवाकर वंहा पर चैत्य भूमि (समाधि स्थल) बनबाया जायेगा और हमारा इतिहास जो बाबा साहेब के जीवन से जुड़ा है मिट जायेगा ।
बाबा साहेब की चैत्य भूमि बनाना ही है तो दिल्ली में बहुत सारी जगह खाली पड़ी है वँहा बनबाओ , न क़ि हमारा इतिहास मिटाकर 
हमारा इतिहास नही मिटाओ नहीँ तो हम तुमको मिटा देंगे ।
इस जानकारी तथा सन्देश को अधिक से अधिक लोगों तक शोसल मिडिया व किसी भी तरह जन जन तक पहुंचाकर देश के मनुवादियों को बाबा साहेब के उपासक और जागरूक होने का अहशास करायें।
जय भीम

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