Wednesday, January 6, 2016

गॅाधी कांग्रेस में जरूर थे लेकिन वर्ण व्यवस्था के प्रबल समर्थक थे

दिनांक 27 दिसंबर का दैनिक भास्कर  अखबार में भाजपा महा सचिव एवं पूर्व आर एस एस सर संघ संचालक राम माधव का एक बयान छपा था ,उसे आपने अवश्य पढ़ा होगा।
इस बयान में बताया गया है कि भारत,पाकिस्तान एवं बंगला देश एक हो जाएंगे
    यह बयान पढ़ने एवं सुनने में जितना आसान लगता है उसे ज्यादा बोलने में और भी अधिक आसान है इसीलिए तो भाजपा के महा सचिव ने इतने महत्वपूर्ण बयान को बे झिझक बोल दिया,लेकिन बोलना तो बहुत आसान है परन्तु करना बड़ा मुश्किल है।

सबसे पहले तो सोचने वाली बात यह कि आर एस एस एवं बी जे पी को इस प्रकार का बयान क्यों देना पड़ रहा है,इसके पीछे राष्ट्र भक्ति है या हिन्दू धर्म के अस्तित्व को बचाने का कोई गुप्त एजेंडा है।

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि 14 अगस्त 1947 तक भारत,पाकिस्तान दोनों एक ही थे एवं बंगला देश तो उस वक्त अस्तित्व में ही नहीं था अर्थात भारत पाकिस्तान एवं बंगला देश अलग अलग नहीं थे बल्कि एक ही देश था।

अब विचार करने वाली बात यह कि जब एक ही देश था,तो फिर अलग अलग देश क्यों बन गए, यदि इसके कारणों पर नजर डालते हैं तो इसके लिए भी आर एस एस की विचारधारा ही जिम्मेदार है इस विचारधारा के सभी मनुवादी समर्थन करते हैं चाहे वे किसी भी राजनीतिक पार्टी से संबंधित हों,गॅाधीजी कांग्रेस में जरूर थे लेकिन वर्ण व्यवस्था के प्रबल समर्थक थे,वर्णव्यवस्था की वजह से सभी मनुवादी देश का प्रधानमंत्री दलित और मुसलमान को नहीं बनाना चाहते थे,लेकिन मनुवादी लोगों को डर था कि यदि कभी भी दलित और मुस्लिम दोनों एक मंच पर एकत्रित हो जायेंगे तो वोटों की ताकत के बल पर यह लोग शासन करने के हकदार हो सकते हैं एवं यदि इतने सारे मुस्लिम देश में रहेंगे तो भारत कभी हिन्दू राष्ट्र भी नहीं बन सकेगा, इसीलिए पाकिस्तान बनाने के पीछे बहुत गहरी सोच थी।
 हिन्दू राष्ट्र बनाने का सपना बिहार चुनाव के बाद चकनाचूर हो चुका है एवं हिन्दू धर्म के अस्तित्व को बचाने के भी लाले पड़ने लगे हैं,मनुवादी लोगों की रणनीति यह कि यदि भारत पाकिस्तान और बांग्लादेश को एक राष्ट्र बनाने का शगुफा छोड़ दें तो हिन्दू धर्म छोड़ कर जाने वाले लोगों का ध्यान भटकाने एवं उन्हें हिन्दू धर्म में बनाये रखने में सफलता हासिल हो सकती है।

लेकिन वास्तविकता यह कि यह सब मूल निवासियों को हिन्दू धर्म में बनाए रखने का एक षड्यंत्र है उनको भारत पाकिस्तान एवं बंगला देश से कोई मतलब नहीं है,यदि मतलब है तो वह केवल हिन्दू धर्म को बचाने से है।

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