अनुसूचित जाति / जनजाति के वो सभी लोग जो
देवी देवताओं
को पूजते हैं, ध्यान दें और जवाब दें ।
1👉. एक भी ऐसे अछूत व्यक्ति का नाम बताएं
जिसका भला किसी देवी देवता अथवा भगवान ने
किया हो ?
👉संविधान लागू होने से पहले किसी एक
व्यक्ति को नौकरी दिलवाने वाले किसी देवता
का नाम बताये ?
👉किसी भी ऐसे देवता का नाम बताएं जिसने जाति
व्यवस्था के
खिलाफ संघर्ष किया हो ?
👉किसी भी ऐसे देवता का नाम बताये जिसने जाति
के कारण
अपमानित होते हुए किसी अछूत कहे जाने वाले
व्यक्ति को अपमानित होने से बचाया हो ?
👉किसी भी ऐसे देवता का नाम बताएं जिसने प्यास
से मरते हुए
किसी अछूत को पानी पिलाया हो ?
किसी भी ऐसे देवता का नाम बताये जो किसी
अछूत के घर
पैदा हुआ हो ?
👉किसी भी ऐसे देवता का नाम बताएं जिसने
द्विजों से
कहा हो कि अछूतों से इंसानों के समान व्यवहार
करो । बदले में मैं
ऐसे द्विजों को अपने परम धाम में जगह दूँगा ?
👉किसी भी ऐसे देवता का नाम बताओ जिसने कहा
हो कि जातीय
भेदभाव करने वाले व्यक्तियों को नर्क की भट्टी में
जलाया जायेगा या उसके पकौड़े तले जायेंगे या
उसको कीलों के
बिस्तर पर सुलाया जायेगा ?
👉किसी भी ऐसे देवता का नाम बताओ जिसने कहा
हो कि अगर कोई
किसी अछूत कहे जाने वाले इन्सान के स्पर्श अथवा
परछाई से
अपवित्र होने की बात कहता है तो मैं उसको
दण्डित करूँगा ?
👉किसी भी एक ऐसे देवता का नाम बताइए जिसने
किसी मरे हुए
ढोर का मांस खाते हुए किसी अछूत से कहा हो
कि तुम इन्सान
हो । तुमको ये सब खाने की आवश्यकता नही है ।
आओ मैं
तुमको गाँव में ले जाकर भोजन करवाता हूँ ?
👉किसी भी ऐसे देवता का नाम बताइए जिसने गाँव
के बाहर
बस्ती बनाकर रहने वाले किसी अछूत से कहा हो
कि तुम
भी बाकि सभी आदमियों की तरह हो आओ मैं
आपको गाँव में रहने
के लिए स्थान दिलवाऊंगा ?
👉आप कोशिश करिए,आपको इनमे से किसी भी
सवाल का जवाब
नही मिलेगा
👉क्योंकि पहली बात तो ये सब
काल्पनिक हैं ।
काल्पनिक होने के नाते ये कुछ भी नही कर सकvते हैं
। जिनका ये
भला करते हैं, उन्होंने इनकी रचना की है ।
👉 अपनी
बुद्धि लगाओ
और विचार करो ।
संस्कृत से PHD. किया हुआ एक दलित मंदिर में
पूजा नहीं करा सकता,
👉लेकिन पांचवी जमात फेल एक ब्राह्मण को सभी
अधिकार हैं,
जो 5000 हजार सालों से चला आ रहा है , ये
👉कैसा आरक्षण है...
अपने इस धंधे में किसी गैर जाति को प्रवेश नहीं
करने दिया,ये कैसा आरक्षण है....?
👉भारत के मंदिरों में अथाह धन जमा है,
जो सिर्फ और सिर्फ ब्राह्मणों के एकाधिकार में
है और धर्म के नाम पर ब्राह्मण अपने अय्याशी के
लिए प्रयोग करता है..
👉इस धन से दलित और गरीब की मदद किया जा
सकता है किन्तु नहीं
दलित आज भी दलित ही रह गया..
👉एक बात और बताना चाहूँगा कि यह धन किसी
और का नहीं ये धन हमारे पूर्वजों का है जिसे इन
ब्राह्मणों ने
छल और कपट से हमसे छीन लिया..
👉 आज से हम सब को यह प्रण लेना होगा कि हम ना
तो मंदिर जायेगे और ना ही कोई दान मंदिर में
करेंगे...
👉इन मंदिरों ने हमें कुछ नहीं दिया,
देने वाले तो हमारे "बाबा साहब डाॅ○ भीम
राव अंबेडकर जी" हैं जिन्होंने हमें शिक्षा और
समानता का अधिकार दिलवाया.
👉इस मैसेज को हर दलित भाईयों तक पहुंचाया
जाये, जिससे हमारा समाज अंजान है
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