Friday, January 1, 2016

जाट हिन्दू नहीं होते , जाटो और हिन्दुओ में धरती आसमान के समान अंतर होता हे

वन्दे जाटमातरम🙏🏼🙏🏼

जाट हिन्दू नहीं होते , जाटो और हिन्दुओ में धरती आसमान के समान अंतर होता हे ।

1-जाट दादा खेडा ,अपने ग्राम देवता को पूजते हे ।
और हिन्दू किसी भी पत्थर को पूजना शुरू कर देते हे ।

2-जाट का आदर बराबरी और भाईचारा हे ।जबकि हिन्दू इनका विरोधी हे ।जाट अपने साथ बसने वाली 36 बिरादरी को भाई मानता हे ।पर हिन्दू नहीं क्युकी इन्होने मनु व्यवस्था का प्रचार किया हे ।

3-जाट रिपब्लिकन सिस्टम में विश्वास करता हे ।खाप इसका उदारण हे ।जबकि हिन्दू खाप व्यवस्था का विरोधी रहा हे ।

4-जाटो में धार्मिक अन्धता व् धार्मिक कट्टरता के लिए कोई स्थान नहीं हे  इसका उदाहरण यह हे की जाट हर धर्म में हे ।इसीलिए हर धर्म की इज्जत जाट खून में समाहित हे ।
जबकि हिन्दू कट्टरवाद से ग्रस्त होते हे ।
5-जाट प्राचीन काल से विधवा विवाह कराते आये हे ।जबकि हिन्दू विधवा विवाह के खिलाफ रहे हे ।

6-जाटो में सती प्रथा का कोई स्थान नहीं हे ।जबकि हिन्दुओ में सती प्रथा प्रचलित रही हे ।

7- जाटो के क्षेत्र में विधवा आश्रम व् वृद्धाश्रम कही नहीं मिलेंगे ।जबकि हिन्दुओ के क्षेत्र में आपको विधवा आश्रम व् वृद्धाश्रम बहुलता में देखने को मिलेंगे ।

8-जाट पाखंडवाद का विरोधी रहा हे ।जबकि हिन्दू धर्म पाखंडवाद पर ही आधारित हे ।

9- जाट कभी अपने खून के रिश्ते में और नजदीक के रिश्ते में शादी नहीं करते ।जबकि साउथ में ब्राहमण और हिन्दू अपनी सगी भांजी से शादी करते हे ।बहन की बेटी से शादी करना इनके लिए पुण्य का काम होता हे ।
जाट ऐसा सोच भी नहीं सकते ।

10-जाट अपने गोत्र में कभी विवाह नहीं करते ।लेकिन हिन्दुओ में ऐसा कोई नियम नहीं हे ।वो अपने गोत्र में विवाह को ही महानता समझते हे ।

11-जाट अपनी सासू को माँ मानता हे ।जबकि बंगाली हिन्दू ब्राहमण अपनी पत्नी के देहांत पर सास के साथ शारीरिक सम्बन्ध बना सकता हे ।
12-जाट कभी एक ही गाँव में शादी नहीं करते ।जबकि हिन्दुओ में ऐसा कभी नहीं होता ।

13-जाट कभी भी अद्रश्य शक्तियों से नहीं डरते ।और व्यावान जंगलो में जाकर भी कृषि करते हे ।जबकि हिन्दुओ में भूत प्रेत का प्रकोप अत्यधिक होता हे ।

14- जाट अपनी जमीन को माँ के समान मानता हे ।इसीलिए जाट ने आज तक धर्म बदले देश छोड़े पर जमीन नहीं छोड़ी ।जबकि हिन्दू जरा सी परेशानी में जमीन बेचने में नहीं हिचकते ।

15-जाट आज भी ग्रामीण हे ।और गाँव को नहीं छोड़ता जबकि हिन्दू शहरीकरण में विश्वास करते हे ।

16-जाट हमेशा पशु प्रेमी रहा हे ।सर्वे के अनुसार पशुपालन में जाट पूरे एशिया में प्रथम स्थान पर हे ।जबकि हिन्दू धर्म के नाम पर बलि देते हे पशुओ की ।
बंगाल में काली के मंदिर में धडल्ले से बली दी जाती हे ।

17-जाट हमेशा से ही प्रकृति का प्रेमी रहा हे ।कृषि और वृक्षारोपण इसका उदाहरण हे । जबकि हिन्दू मंदिर और पाखंड के नाम पर नदियों और शहरो में गंदगी के नाम की मिसाल हे ।
बहुत कुछ हे जो हमे इन हिन्दुओ से अलग करता हे ।जाट एक नस्ल हे जिसकी मिसाल अंग्रेज,यहूदी,मुस्लिम सभी देते हे।

जाट हिन्दू नहीं हो सकता सुप्रीम कोर्ट ने तो 11 दिसंबर 1995 को एक केश की सुनवाई में कहा था की हिन्दू कोई धर्म नहीं हे ।
फिर जाट तो क्या कोई भी हिन्दू नहीं हो सकता 
हिन्दू ब्राहमण का एक शस्त्र हे जिसके प्रचार और प्रसार से वो सत्ता पर बैठा हे ।यह बस ब्राहमणवाद ही हे और कुछ नहीं ।दयानंद सरस्वती उर्फ़ मूलशंकर तिवारी गुजराती ब्राहमण का आर्य समाज भी जाट कौम के लिए श्रापित हे ।

पगड़ी संभाल जट्टा
दुश्मन पहचान जट्टा 
जय जाट इन्कलाब 
जय जाट एकता
From :shivraj chodhary

4 comments:

  1. जाट हिंदु तो क्‍या इंसानो की गिनती में भी नहीं अाते

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    1. तेरे जैसे तो सामने आकर बात भी नही कर सकते टटपुँजिये

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    2. हम हिंदू नहीं हैं सनातनी हैं और हिंदू कोई धर्म नहीं है जाट के लिए जाट होना महत्वपूर्ण है हिंदू या मुस्लिम होना नहीं और रही बात इंसान होने या न होने की तो हम जो हैं हमे पता है तू अपनी बता

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  2. पश्चिम उत्‍त्‍र प्रदेश जाटों में जो 'रंडुआ प्रथा ' है उस पर भी प्रकाश डालें ।

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