अंधविश्वास और उसकी सत्यता.........
|||अंधविश्वास के प्रभाव |||
1. अंधविश्वास सम्पूर्ण मानव जाति एवं जीव जन्तुओं के लिए जहर है ..
.2. अन्धविश्वास के कारण प्रति वर्ष हजारों मनुष्य एवं जीव- जन्तुओं की बलि चढाई जाती है.....
3. अंधविश्वासों के कारण मनुष्य दिग्भ्रमित होता है......
4. दिग्भ्रमित होने के कारण अंधविश्वासी मनुष्य सम्पूर्ण जीवन दुखी एवं तनाव में रहता है.....
5. ईश्वरीय अंधविश्वास मनुष्य जाति को काल्पनिक धर्मों एवं जातियों में विभाजित करता है......
6. अंधविश्वासों के कारण मनुष्य बुद्धिहीन एवं अकर्मण्य बनता है...
7. अंधविश्वासों के कारण मनुष्यों के बीच उत्पन्न मैत्री एवं करुणा में जहर घुलता है....
8. अंधविश्वासी मनुष्य हमेशा बिना मेहनत के सुखदायक जीवन के लिए भटकता रहता है...
9. अन्धविश्वास कुछ लोगों के लिए दुकानदारी उत्पन्न करता है......
10. अन्धविश्वास मनुष्य जाति में विभाजन उत्पन्न करता है.... काल्पनिक धर्मों के नाम पर , ईश्वर के नाम पर , जाति के नाम पर , कपोल कल्पित धर्म ग्रंथों के नाम पर , देश के नाम पर , भाषा के नाम पर इत्यादि
11. अंधविश्वास मनुष्य को कुमार्ग की तरफ ले जाता है....
12. अंधविश्वासों के कारण मनुष्य जाति के बीच वैमनष्यता बढती है ....
.13. अंधविश्वासों के कारण उस विज्ञान की खोज में बाधाउत्पन्न होती है , जो काल्पनिक धर्मों के विरुद्ध होती है.....
14. अंधविश्वास मानव जीवन को दुखदायक बनाते हैं.....
15. अंधविश्वासी धर्मों के कारण मनुष्य जाति में धार्मिक उन्माद पैदा होता है......
16. अंधविश्वासों के कारण मनुष्य जाति में जातिवाद उत्पन्न होता है और जातिवाद से ऊंच-नीच एवं छुआछूत उत्पन्न होती है....
17. अंधविश्वासों से जातिवाद और जातिवाद से आरक्षण रूपी व्यवस्था का उद्गम होता है....
18. अंधविश्वास मनुष्य में जाति के नाम पर , धर्म के नाम पर , ईश्वर के नाम पर , ऊंच-नीच के नाम पर घमण्ड (अहम) काल्पनिक धर्मों के नाम पर भेदभाव उत्पन्न करता है....
19. धार्मिक अंधविश्वासों के कारण नारी की इज्जत – आबरू का तमाशा बनाया जाता है, जो अधर्म है.....
20. अंधविश्वासों के कारण धन -दौलत के लिए मूर्तियों के सामने गिड़गिड़ाने वाला मनुष्य अकर्मण्य बनता है....
21. अंधविश्वास के कारण मनुष्य पाप का समाधान जल स्नान , तीर्थ भ्रमण , मूर्ति पूजा या पूजा पाठ को समझता है , जो अधर्म है.....
22. अंधविश्वास के कारण कुछ लोगों द्वारा मनुष्य जाति में भय एवं आतंक उत्पन्न किया जाता है....
23. अन्धविश्वास के कारण मनुष्य माँ – बाप को छोड़ करसुख शान्ति की चाह में ईश्वर में रम जाता है , जो अधर्म है...
."अप्प दीपो भव"
जय भीम जय भारत
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