रोबोट और धार्मिक आस्तिक में कोई अंतर नहीं है - क्यूँ कि दोनों PreProgrammed हैं
न रोबोट कुछ अपने दिमाग से सोच सकता है - और न ही धार्मिक आस्तिक -
रोबोट में जो काम करने की आदत डाली जाती है वोह ही करता रहता है अब उसकी चपेट में लोहा आए या इंसान - उसको जो करने के लिए प्रोग्राम किया गया है वोह ही करेगा -
आस्तिक भी वो ही करता है जो उसके प्रोग्रामर (पैगंबर-ब्राह्मण-पादरी-संत-बाबा इत्यादि) कहते हैं - अब इसमें उस आस्तिक की बेटी का बलत्कार हो या कत्ल - इस पर आस्तिक कभी विरोध नहीं करता क्यू कि यह लीला/मसलहत है - उसके धार्मिक ग्रंथ के अनुसार उसमें एक "Chip" लगी है जिससे आस्तिक रोबोट को यह याद रहता है कि जो कुछ वोह करता है वोह सब ईश्वर/अल्लाह/God कि मर्ज़ी से होता है और अगर कुछ उसके साथ गलत भी हो रहा है तो उसमें उसके आने वाले जीवन में कुछ अच्छा होने के लिए हो रहा है "स्वर्ग/नरक" के प्रोग्राम पहले से आस्तिक की Chip मे FEED किए होते हैं - जिसके तहत आस्तिक भूखा भी रह लेता है और अपनी औलाद की बलि भी दे देता है - आस्तिक और रोबोट - दोनों में विवेक नहीं होता - बस धार्मिक ग्रन्थों के आधार पर Programing होती है मुकेश बैरवा 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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