🍁 नमो भिमाय 🍁
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बाबा तेरी राह पर चलकर,
हर मोड एक मंजिल है !
"जयभीम" की गुंज से,
बनती अपनी महफिल है !
कौन अपना-कौन पराया,
सब यहाँ पर भाई-भाई है !
करने पुरा सपना तुम्हारा,
सभी बने तेरे अनुयायी !
प्रांत अनेक पर मकसद एक,
पुकारता हर दिल हैं !
"जयभीम" की गुंज से
बनती अपनी महफिल हैं !
बाट रहे हैं सभी यहाँ पर,
अपना अपना किस्सा !
तुम भी आ जाओ भाई,
दे दो अपना हिस्सा !
सूरज थे अपने बाबासाहेब,
सितारों की अपनी झिलमिल हैं !
"जयभीम" की गुंज से
बनती अपनी महफिल हैं !
मिल जाए जो जयभीम वाले,
तो "भीमराज्य" भी आएगा !
सुधर गए बुद्ध शरण में हम तो,
देश भी बदल जाएगा !
रंगो की क्या बात करे हम,
जब लहराता पंचशील हैं !
"जयभीम" की गुंज से
बनती अपनी महफिल हैं !
🙏🏽जय भिम 👮🏼जय समता🙏🏽
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