Friday, January 6, 2017

एक जाति के गुलाम हो चुके हो!!!

आपको भी शर्म आ जाये......

ना शर्म आए तो समझो आप ने

एक जाति के गुलाम हो चुके हो!!!

1 - मोहन भागवत - ब्राह्मण  - आरएसएस प्रमुख

2 - नितिन गडकरी  (ब्राह्मण ) - पर्यटन मंत्री

3 - सुषमा स्वराज  (ब्राह्मण ) - विदेश मंत्री

4 -  अरुण जेटली (ब्राह्मण  ) - वित्त  मंत्री

5 - प्रकाश जावडेकर  (ब्राह्मण ) - शिक्षा  मंत्री

6 -रविशंकर प्रसाद  (ब्रहाण  ) - सुचना  मंत्री

7 -सुरेश  प्रभु  (ब्राह्मण ) - रेलमंत्री

8 -स्मृति ईरानी (ब्राह्मण)  - कपड़ा मंत्री

9- मनोहर पर्रिकर- ब्राह्मण- रक्षा मंत्री

10-कलराज मिश्र ( ब्राह्मण)   - मंत्री भारत सरकार

11 -मनोज तिवारी ( ब्राह्मण)  - प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली

12- सुधांशु त्रिवेदी  ( ब्राह्मण  )- राष्ट्रीय प्रवक्ता

13 -संबित पात्रा   ( ब्राह्मण  )- राष्ट्रीय प्रवक्ता

14 -श्रीकांत शर्मा ( ब्राह्मण)   - राष्ट्रीय प्रवक्ता

15-किशोर उपाध्याय  (ब्राह्मण ) - राष्ट्रीय प्रवक्ता

16 -रघुवर दास (ब्राह्मण ) - झारखंड सीएम

17 -देवेन्द्र फड़नवीस (ब्राह्मण) - महाराष्ट्र सीएम

18 जयंती नटराजन(ब्राह्मण)- राज्य मंत्री

18 किरण रिजूज ( ब्राह्मण) - राज्य मंत्री

19 -नृपेन्द्र मिश्र  (ब्राह्मण  ) - मुख्य सचिव पीएम

18 -मुकुल रोहतगी  (ब्राह्मण ) - अटार्नी जनरल

19 -मेनका गाँधी  (ब्राह्मण) - राज्य मंत्री

20 -डा महेश शर्मा  (ब्राह्मण ) - राज्य मंत्री

21 बाबुल सुप्रियो  - ब्राह्मण-  राज्य मंत्री

और अब
विपिन रावत-  ब्राह्मण-  थलसेना प्रमुख

वाह रे हिन्दु हिन्दू का नाम जपने वाले .......

अब देश के ब्रह्म के घर जब बच्चा पैदा होगा तो डाक्टर कहेगा

'बधाई हो कैबिनेट मंत्री  हुआ है'

( देश मे से चुने गए 44 जजो  में 34 ब्राह्मण है!!

Kya mehnt krege aap hm hi bta dete h ............. :

पिछले सालों में उनके वायदे और उपलब्धियाँ

👉कब धारा -370 हटेगी ?
👉कब जवानो की शहादत रुकेगी?
👉कब माल्या घर आयेगा?
👉कब दाऊद जेल जाएगा?
👉कब 15 लाख मिलेगे ?
👉कब दो करोड़ रोजगार मिलेगे ?
👉कब किसान की एमएसपी बढेगी ?
👉कब किसान की आत्महत्या रुकेगी ?
👉कब तक गरीब भूखा सोयेगा ?
👉कब तक दलित डर से रोयेगा?
👉कब गौहत्या बैन होगी?
👉कब कालाधन मालिक रोयेगा?
👉कब भ्रष्टाचार रुकेगा?
👉कब अबला की पीर घटेगी?
👉कब शिवराज, रमन सिंह
पंकजा, वसुंधरा, सुषमा
भ्रष्टाचारी जेल जायेगे? 🙏🏻
बैकलॉग की भर्ती पर रोक व अन्य पिछले दो सालों में विज्ञापन तो बहुत निकले और नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से करोड़ों रुपये

भी लूटे गए पर आज तक कोई
भी भर्ती पूरी नही हो पायी ……


केन्द्र सरकार पूरे होते वादे ….

इस सरकार की कामयाबी को छिपाओ नहीं सभी लोगो को शेयर

करे !!!

पद्म भूषण और पद्म विभूषण भारत रत्न सम्मान

केंद्र  सरकार द्वारा दिया जाने वाला पुरस्कार 2016-17

1.रजत शर्मा  (ब्राह्मण )

2.अनुपम खेर  (ब्राह्मण )

3. उदित नारायण  ( ब्राह्मण)

4.सुधीन्दर मेमन  ( ब्राह्मण)

5.श्री रविशंकर प्रसाद  ( ब्रहाण)

6.यामिनी कृष्ण मूर्ति  ( ब्राह्मण)

7.अविनीश दिक्षित  ( ब्राह्मण)

8.विश्वनाथन शांता  ( ब्राह्मण)

9 . अश्विनी तिवारी ( ब्राह्मण)

10-Ajay Devgn ( ब्राह्मण)

11- Bhikhudan GadhvSupakar ( ब्राह्मण)

12- Prathibha Prahlad ( ब्राह्मण)

13- Tulsidas Borkar ( ब्राह्मण)

14- Soma Ghosh ( ब्राह्मण)

15- Nila Madhab Panda( ब्राह्मण)

16- S.S. Rajamouli ( ब्राह्मण)

17- MadhurBhandarkar ( ब्राह्मण)

यक्ष प्रश्न? क्या देश में अब
ब्रहाण ही बचे हैं
जो सम्मान के योग्य हैं!

ब्राह्मण की आबादी भारत मे 3% है

मगर इन्होने 97% को गुलाम बनाकर रखा है!!

इनको ब्राह्मण के अलावा कोई नहीं मिल रहा है।

इस message को जितना हो सके share करे।

और बताये की हम कितने अच्छे voters है ll

और समझाये कैसे हम एक जाति के गुलाम है!!!

🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

9 comments:

  1. जो भी पद पर नियुक्त हुए वो अपनी काबिलियत के कारण ही है

    इस प्रकार के मेसेज हम लोगो को (सिर्फ हिन्दू को) आपस मे तोड़ने के लिए भेजे जाते है
    (ब्राह्मण, छत्रीय, वैश्य , शूद्र) हम सब हिन्दू है। हमे आपस मे लडवाकर तीसरे मौज करते है।

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  2. सुधीन्दर मेमन  ( ब्राह्मण nahi he - sub cast in kerala
     प्रसाद  ( ब्रहाण nahi he
    मेनका गाँधी  (ब्राह्मण nahi
    रघुवर दास (ब्राह्मण ) - झारखंड सीएम nahi he
     रविशंकर प्रसाद  (ब्रहाण  nahi he

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  3. नाम में बहुत कुछ है साथियों!!!
    *****************

    शेक्सपियर ने कहा था नाम में क्या रखा है? अगर हम गुलाब को कुछ और कहें तो भी उसकी सुगंध उतनी ही मधुर होगी, लेकिन अगर वे भारत आए होते या भारत में पैदा हुए होते, तो कह उठते, कि नाम में बहुत कुछ रखा है.

    यहाँ नाम और उपनाम से व्यक्ति का इतिहास पता कर लिया जाता है।

    इसलिए मेरा बहुजन समाज के लोगों से निवेदन है कि वे अपने बच्चों के नाम :-
    1.) हिन्दू देवी-देवताओं के नाम पर ना रखें (जैसे विष्णु, शिव, शंकर, पार्वती, लक्ष्मी, सरस्वती, वरुण )

    2.) महाभारत के पात्रों के नाम पर ना रखें (जैसे करण, अर्जुन, भीम, गंगा, कृष्ण, बलराम)

    3.) रामायण के पात्रों के नाम पर ना रखें (जैसे राम, लक्ष्मण, सीता, कौशल्या, इन्द्र)

    4.) हिन्दू पुराणों एवं अन्य वैदिक शास्त्रों के पात्रों के नाम पर ना रखें (प्रहलाद, भगीरथ, हरिश्चंद्र, नारायण)

    5.) नाम जाति-सूचक भी नहीं होने चाहिए ( जैसे चौधरी, सिंह, यादव, मीणा, वर्मा, खटीक, जाटव, कोली )

    6.) नाम समुदाय-सूचक भी नहीं होने चाहिए ( जैसे कबीरपंथी, रविदासी, वाल्मीकि)

    7.) अपनी दुकान, कंपनी का नाम भी हिन्दू देवी-देवताओं से नहीं होने चाहिए ( जैसे श्री बालाजी गार्मेंट्स, शिव टेंट हाउस, लक्ष्मी जेवेलर्स, श्रीराम स्टेशनरी )

    आपके नाम बौद्ध धम्म से प्रेरित होने चाहिए। आपके नाम से बौद्ध धम्म की झलक मिलनी चाहिए, आपके नाम से बौद्ध धम्म की प्रचार होना चाहिए ।
    अंबेडकर मिशन को आगे बढ़ाने के लिए, हमें बौद्ध धम्म का प्रचार करना है, हिन्दू धर्म का नहीं।

    जो लोग बौद्ध धर्म के करीब हैं, बहुजन साहित्यकार हैं, इतिहासकार हैं, जातिवाद को नहीं मानते - वो भी जातिसूचक नाम या अपने समुदाय का नाम लगाकर घूम रहे हैं।
    वे लोग बड़ा बदलाव लाना चाहते हैं – लेकिन खुद के जीवन में अपना नाम तक नहीं बदल पाये।


    जो खुद को बौद्ध धम्म प्रेमी कहते हैं, चाहे अनजाने में ही सही - लेकिन नाम उनका जातिसूचक है या हिन्दू देवी-देवताओं के नाम पर है या हिन्दू शास्त्रों में उल्लेखित पात्रों के नाम पर है।

    कुछ नामों पर गौर कीजिये :-

    1) डॉ. कर्मवीर सिंह
    2) भिक्खु जगदीश काश्यप
    3) डॉ. जगन्नाथ उपाध्याय
    4) सोहनलाल शास्त्री,
    5) आचार्य भद्रशील रावत
    6) सतनाम सिंह
    7) रणजीत ‘कबीरपंथी’ साधु
    8) सूरजपाल चैहान
    9) श्याम सिंह
    10) डॉ. संघसेन सिंह
    11) डॉ. प्रियसेन सिंह
    12) शंकरानंद शास्त्राी
    13) शान्तिभिक्खु शास्त्री
    14) बाल्मीकि प्रसाद
    15) निगम भारद्वाज
    16) राजेन्द्र प्रसाद सिंह,
    17) कांशीराम
    18) चरनसिंह भंडारी
    19) संघमित्रा चौधरी
    20) नाथूराम सिंह पटेल
    21) रूपनारायण सोनकर
    22) कैलाश चंद चैहान
    23) कौशलेन्द्र प्रताप यादव

    अगर ब्राह्मणवाद और जातिवाद की जड़ें गहरी हैं, तो इसको नष्ट करने के लिए हमें भी गहरे ही उतरना होगा।

    इसलिए निवेदन है कि बच्चों का नामकरण करते समय उपरोक्त बातों का ध्यान रखा जाए। यह ब्राह्मणवादियों और जातिप्रेमियों के मुंह पर खामोश व अहिंसक तमाचा होगा और अंबेडकर मिशन की जड़ों को मजबूती मिलेगी।

    अगर उपरोक्त article को पढ़कर आपको अपना नाम बदलने की या संशोधन करने की जरूरत महसूस होती हो, तो देर न करें।


    *** धम्मशील ***

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    1. विदेशों से संचालित हो तुम गद्दार लोग तुम्हारा काम हमारा ही खाना और हमें ही गाली देना
      जल्दी ही देश की जनता तुम विदेशी एजेण्टों को सबक सिखाएगी

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    2. विदेशों से संचालित हो तुम गद्दार लोग तुम्हारा काम हमारा ही खाना और हमें ही गाली देना
      जल्दी ही देश की जनता तुम विदेशी एजेण्टों को सबक सिखाएगी

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  4. अम्बेदकर टाईम्स नहीं वेटिकन सिटी के कुत्ते हैं ये जो झूठ परोस रहे हैं
    विपिन रावत को भी नहीं छोड़ा बेशर्म संपादक नें

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  5. This comment has been removed by the author.

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  6. तो फिर क्या दलितो को बनाये मंत्री उनके पास दिमाक नही है भगवान न नही दिया है इसलिए कभी सपने में भी मत सोचना भारतिय जनता पार्टी के बारे मेम

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  7. भारत में ब्राह्मणवाद का बोलवाला है तो वही रहेगा ना
    कांशीराम जी का अन्तिम उद्देश्य

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