Wednesday, August 10, 2011

On Aarakshan@डॉ0 उदित राज ने कहा कि प्रकाश झा और आरक्षण फिल्म के समर्थक यह नहीं जानते कि आरक्षण पूनापैक्ट (गांधी एवं डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के बीच समझौता) की देन है। अगर ऐसा न होता तो देश भी बंट सकता था। यह संवैधानिक व्यवस्था है। देश की संसद ने भी यह तय कर दिया है फिर भी बार-बार दलितों एवं आदिवासियों के खिलाफ इस तरह की नफरत भरी बातें होती रहती हैं।

No comments:

Post a Comment