@Aarakshan conspiracy - फिल्म के उस हिस्से में जब आरक्षण पर बहस है. सवर्ण किरदार (अमिताभ बच्चन) की भूमिका सदी के महानायक के पास है. और वह तटस्थ है. यह तटस्थता किसके पक्ष या विपक्ष में जाती है? फिल्म के दूसरे हिस्से में प्रेम कहानी है. यानी दलित सैफ अली खान कहानी के केन्द्र में है. मतलब? - a Dalit's views on film
 
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