आज मैं आपसे जो बात कह रहा हूँ उसे थोड़ा समझिए।आप सभी जानते हैं कि 14 अप्रैल को हमारे लोग बाबा साहिब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी का जन्मदिन (जयंती) मानते हैं। पिछले कुछ वर्षों में हमारे जागृत युवकों ने बाबा साहिब जी की जयंती अपने-अपने क्षेत्रों, शहरों, गाँवों व महानगरों में मानना शुरू किया है। विदेशों में भी हमारे लोग कई कार्यक्रम आयोजित करते हैं। पर मैं जब किसी सवर्ण हिन्दू (ब्राह्मण, बनिया या क्षत्रिय) या जैनी के यहाँ फैक्ट्रियों और दुकानों में देखता हूँ तो यह पाता हूँ कि जो श्रमिक (कारीगरी या मज़दूरी) करने वाले लोग गाँवों से आ कर उनके यहाँ काम करते हैं, ये लोग अधिकतर दलित, आदिवासी और पिछड़ा वर्गों से होते हैं। इस लोगों में बाबा साहिब जी के मिशन की जागरूकता बहुत कम या न के समान है। ये लोग होली या दिवाली मानाने तो छुट्टी लेकर घर जाते हैं पर बाबा साहिब जी की जयंती पर फैक्ट्रियों या दुकानों में ही काम करते हैं। मेरा आपसे यह यह अनुरोध है कि आप अपने गाँवों या अन्य क्षेत्रों के लोगों पर ज़ोर डालें कि वे 14 अप्रैल पर भी छुट्टी लेकर अपने घर आएं और बाबा साहिब जी का जन्म दिन मनाए। वैसे 14 अप्रैल की सरकारी छुट्टी तो होती है पर निजी कम्पनियां, कारखाने या दुकानें खुली रहते हैं। क्या मुसलमान ईद पर काम करता है? क्या ईसाई क्रिसमस पर काम करता है ? क्या सिख गुरुपूर्व पर या जैन महावीर जयंती पर काम करता है ? तो आप क्यों 14 अप्रैल, बुद्ध पूर्णिमा और बाबा साहिब जी के परिनिर्वाण दिन 6 दिसंबर पर काम करते हो ? यह आपकी संस्कृति है जिसे आपको बचाना और मजबूत करना है। जिस दिन देश के सभी दलित, आदिवासी और पिछड़े समाज के लोग और मुझे यकीन है कि इसमें मुस्लिम, सिख और ईसाई भी उनका साथ देंगे, 14 अप्रैल पर काम नहीं करेंगे और अपने घर जा कर बाबा साहिब जी का जन्मदिन मनाएंगे, अपने घरों को दीपक से रात्रि में प्रकाशित करेंगे, तो मुझे यकीन है कि भारत में ही नहीं बल्कि विश्व में भी हमारी आवाज़ गूंजेगी। हम पर अत्यचार करने वालों और हम से अमीर बनने वालों को हमारी शक्ति का पता तो चलेगा। आपको अपनी शक्ति दिखानी है तो एकजुटता दिखानी होगी। आपको अपना इतिहास बनाना है तो अपनी संस्कृति का विकास करना होगा। आपको अगर राज करना है तो आपको संगठित होना होगा। इसलिए आपसे अनुरोध है कि आनेवाली 14 अप्रैल को काम न करें और अपने घर जा कर जयंती बड़े-से-बड़े पैमाने पर मनाएं।
हम बाबा साहिब जी की जयंती पर फोटो वाली टीशर्ट जिन पर आपके गाँव या संगठन
का नाम भी छपा हो, उनकी पुस्तकें, संक्षिप जीवनी, झंडे, पटके, लॉकेट, व अन्य प्रचार
सामग्री आदि बेचते हैं। आप हमसे खरीद सकते है और हमारी वेबसाइट पर भी ऑर्डर
कर सकते हैं। इस से ऐसा नहीं समझिएगा कि यह लेख (सन्देश) मात्र बेचने या व्यापार
करने के लिए है। यदि हमें सिर्फ व्यापार ही करना होता तो होली-दीवाली पर ही कर
लेते और ऐसे सवर्णों को खुली चुनैती न देते। पर हमारा मकसद अपनी कौम को मजबूत
बनाना है और कौम को हमें मजबूत बनाना है जिससे कि हम बाबा साहिब जी का
कारवां वैसे ही आगे बढ़ा सकें जैसे पिछले दस वर्षों से बढ़ा रहे हैं। हमसे सामान खरीद
कर आप पैसा सही जगह और बाबा साहिब जी की मूवमेंट में ही लगाएंगे। हमारे समाज
के लोग यदि किसी व्यवसाय को करना चाहते हैं तो (14 अप्रैल के बाद ) हम उन्हें सलाह
भी दे सकते हैं और सस्ते सामान का स्रोत भी बता सकते हैं। व्यापार में जब तक नहीं
उतरेंगे और आर्थिक रूप से जब तक मजबूत नहीं होंगे तब तक दूसरे पर आश्रित और
कमजोर ही बने रहेंगे। तो इन अंतिम शब्दों के साथ मैं अपनी बात पूरी करता हूँ कि
आप 14 अप्रैल पर भारत को बता देंगे कि आपकी संख्या और बल क्या है।
धन्यवाद
हमारा संपर्क : M. 8851188170, WA - 8447913116.
ऑर्डर करने के लिए हमारी वेबसाइट : www.nspmart.com
#ambedkar, #shahu, #shivaji, #phule, #buddha #ravidas
No comments:
Post a Comment