Thursday, August 11, 2011
A Kayasth speaks - कयास्त सुभास चन्द को अंग्रेजो को सौपने वाले यही ब्राहमण सोच और brhaman थे , गाँधी ने हस्ताक्षर किये थे सुभाष चन्द्र बोस को सौल्पने के लिए, 1931 में सुबास चन्द्र बोश कांग्रेस के खिलाप चुनाव लड़े थे और उनके विरोध में कांग्रेस से खड़े थे पत्ता बी सितारा मैया , बोस जी चुनाव जीते और अगली बार 1932 में वो कांग्रेस के अध्यक्ष बने जिससे दुखी होकर गाँधी य कहा की एक शुद्र को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है क्या कांग्रेस इतनी कमजोर होगई है , और गाँधी ने पार्टी छोड़ने की धमकी दी और अपना त्याग पत्र दिया जिससे भारी दबाव पड़ा और बोस जी को पार्टी से निकलना पड़ा ये औकात है कायस्त यानि शुद्र की अब तो जागो कायास्तो .
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