Saturday, November 26, 2016

डॉ अम्बेडकर की प्रतिमा से डर किसे

💺अम्बेडकर की प्रतिमा से डर किसे💺 ×××××××××××××××××××××××
सामान्यता अखबारों में यह समाचार पढ़ने को मिल जाता है कि किसी समूह के लोगों ने बाबा साहब की मूर्ति को तोड़ा। तो स्वतः सवाल उठता हैं कि बाबा साहब की मूर्ति से इतनी आपत्त्ति क्यों है कि वह बारबार तोड़ी जाती है। कभी उत्तरप्रदेश में, तो कभी मध्यप्रदेश में, तो कभी मुम्बई में, तो कभी देश के किसी हिस्से में बाबा साहब की प्रतिमा को तोड़ा जाता है। आखिर ऐसा क्या है इस मूर्ति में कि कुछ लोग अपने कई ज़रूरी ज़िम्मेदारियों को भूलकर सिर्फ मूर्ति तोड़ने और सौहार्द बिगाड़ने में लग जाते हैं। कुछ तो वजह है इस मूर्ति में जो यह लोगों को चुभती हैं। आखिर क्या हैं वे वजह ? बाबा साहब की मूर्ति कोई मंदिर में लगी देवी-देवता की मूर्ति या मस्जिद में किसी की मज़ार तो नहीं है। न किसी चर्च की मूर्ति है, न किसी और धर्म की तरह इसमें कोई दैवीय शक्ति है। फिर भी कुछ तो खूबियां हैं बाबा साहब की मूर्ति में जो इसको सबसे अलग बनाती है।वजह ये हो सकती हैं :-
1. यह  मूर्ति प्रतिमा आपको अहसास कराती है कि आप भी इंसान हो।
2. यह आपको जगाती है कि आप का जीवन जानवर के जीवन से बद्दतर नहीं है।
3. यह आपको बताती है कि कोई दैवीय शक्ति ने या किसी जिन्न ने या किसी अवतार ने आपका कभी भला नही किया है।
4. यह आपको बताती है कि शिक्षा पाकर अपनी बुद्धि का विकास करना ही आपका लक्ष्य है।
5. यह आपको अहसास कराती है कि पढ़ों, लिखों और अपने देश और समाज के लिए इंसानियत के लिए कुछ अच्छा काम करों।
6. यह आपको अहसास कराती है कि 4 दिन बकरी के तरह जीने से अच्छा है कि 1 दिन शेर की तरह जियों।
7. यह हर व्यक्ति को जो इंसांन है, उसमें मानवता का प्रवाह करती है।
8. यह आपको अहसास कराती है कि सदियों से आपको बेवकूफ बनाया जा रहा है और ये आपको प्रकाश की तरफ ले जाती है।
9. यह आपको अहसास कराती है कि कोई आपका भला नहीं करेगा, सिवाय आपके अपने प्रयास और कठिन परिश्रम के।
10. यह आपको अहसास कराती है कि समाज के हर अंतिम व्यक्ति तक विकास करना ही देश की ज़िम्मेदारी है।
11. यह आपको अहसास कराती है कि आपके पूर्वज कोई कमज़ोर इंसान नहीं थे, बल्कि यहाँ के असली मूलनिवासी रहे हैं और जो कोरेगांव जैसा इतिहास तक रचे थे।
12. यह आपको अहसास कराती है कि भारत का एकमात्र चक्रवर्ती राजा सम्राट अशोक भी मूलनिवासी था।
13. यह आपको अहसास कराती है कि भारत को विश्वगुरु का खिताब सम्राट अशोक ने ही दिलवाया था नालंदा और तक्षशीला जैसे विश्वविद्यालय स्थापित करके।
14. यह आपको अहसास कराती है कि दुनिया भारत को तथागत बुद्ध की भूमि के कारण पहचानती है।
15. यह आपको अहसास कराती है कि करोड़ों देवी-देवता और किसी पादरी और मोलवी ने आजादी नहीं दिलवाई। देश को आज़ादी उधम सिंह, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, छत्रपति शिवजी, सुभाषचंद्र बॉस, विरसा मुंडा जैसे शहीदों के बलिदान से मिली है।
16. यह आपको अहसास कराती है कि देश की एकता को बनाने का काम किसी ग्रन्थ ने नहीं, बल्कि राष्ट्रीय ग्रन्थ संविधान ने किया है। नहीं तो आज भारत के साथ आज़ाद हुए देश आज भी अपने को स्थापित करने में लगे हुए हैं।
17. यह आपको अहसास कराती है कि देश को मज़बूती किसी अवतार ने नहीं, बल्कि डॉ. ऐ.पी.जे. कलाम जैसे देशभक्त ने परमाणु बम की तकनीक से प्रदान की है।
18. यह अहसास कराती है कि किसी समाज की दशा और महिलाओं की परिस्थिति से ही देश की स्थिति मापी जा सकती है।
19. यह अहसास कराती है कि आप किसी भी धर्म-सम्प्रदाय के हों, किन्तु मानवता-करुणा ही आपको इंसान बनाती है।
20. यह हर उस व्यक्ति को अहसास कराती है जो अपने अधकारों से वंचित है। उसे अपने अधिकारों की लिए लड़ने की प्रेरणा देती है।
21. यह आपको अहसास कराती है कि अधिकारों के लिए संघर्ष करना होगा और उसके लिए पढ़ना होगा और संगठित होना होगा।
22. यह आपको अहसास कराती है कि  प्रतिनिधित्व (आरक्षण) मांग नहीं थी, अपितु प्रतिनिधित्व (आरक्षण) तो मज़बूरी में मानना पड़ा था। उससे पहले देश के हर संसाधन में, हर आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक क्षेत्र में बराबर की हिस्सेदारी नहीं थी।
23. यह आपको अहसास कराती है कि जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी होनी ही चाहिए। नहीं तो कुछ चन्द लोग ही देश पर कब्ज़ा करके बैठ जायेंगे।
24. यह आपको अहसास कराती है कि जो धर्म या संप्रदाय भेदभाव पर आधारित है ऐसे धर् को छोड़ना तुम्हारा कर्तव्य है।
25. यह आपको अहसास कराती है कि जुर्म करने वाले से जुर्म सहने वाला ज़्यादा गुनहगार होता है।
26. यह आपको अहसास कराती है कि जिस व्यक्ति में स्वाभिमान और देश के लिए सम्मान नहीं है, ऐसे व्यक्ति का कोई व्यक्तित्व नहीं होता।
           परन्तु एक बात तो सच है कि बाबासाहब की मूर्ति तोड़ना विक्षिप्त मानसिकता का प्रमाण है और इससे कुछ नहीं होने वाला है क्योंकि आज बाबासाहब समूचे विश्व के अरबों लोगों के दिल में बसते हैं जिसे तोड़ना तुम्हारे बस की बात नहीं............................................Krantikari Jai Jai Bhim.....
   जय भीम!

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